किशनगंज पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर पुलिस लाइन में कार्यक्रम का आयोजन कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई
चर्चित बिहार किशनगंज पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर पुलिस लाइन में कार्यक्रम का आयोजन कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। रविवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान सभी पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों ने कर्तव्य के दौरान शहीद हुए 424 कर्मियों को दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी।इस मौके पर पुलिस कप्तान कुमार आशीष ने कहा कि राष्ट्र उनकी शहादत को कभी नहीं भूल पाएगा।हमें उनकी कुर्बानी को सदा याद रखना चाहिए।उन्होंने हाल के दिनों में शहीद हुए जिला पुलिस बल में तैनात हवलदार विश्वा उरांव और पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सहित सूबे के कुल 11 पुलिस कर्मियों की शहादत को याद किया।उन्होंने कहा कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए वीर सपूतों ने प्राणों की आहुति दे दी। हमें उनकी शहादत को सदा याद रखने और उनसे सीख लेने की जरूरत है।पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि सभा के बाद पुलिस कर्मियों ने शहर वासियों को जागरूक करने के उद्देश्य से गांधी चौक से मार्च निकाला।स्कूली बच्चों के बैंड के धुन पर पुलिस कर्मियों ने पुलिस लाइन तक मार्च पास्ट में भाग लिया और शहर वासियों को पुलिस के शहादत की याद दिलाई।बताते चलेंकि पुलिस संस्मरण दिवस सीआरपीएफ के 10 जवानों की बहादुरी के सम्मान में मनाया जाता है।21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्पग नामक स्थान पर सीआरपीएफ के छोटे गश्ती दल पर चीनी सैनिकों ने घात लगाकर हमला किया था।काफी कम संख्या होने के बावजूद जवानों ने चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया था।इस दौरान सीआरपीएफ के दस जवान बहादुरी के साथ लड़ते हुए शहीद हो गये थे। जिसमें नौ शहीद जवान रांची के रहने वाले थे।1961 के पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया था कि उनके सम्मान में प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया जाएगा।