फ़ुर्सत के पल में भविष्य के गर्भ में जन्म लेता नया विश्व
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह की कलम से
* फ़ुर्सत के पल में ✍🏻*
*भविष्य के गर्भ में जन्म लेता नया विश्व *
————————————————-
चर्चित बिहार :- आज की वर्तमान गम्भीर समस्या पूरे विश्व को किस मार्ग पर चलने को प्रेरित करेंगी भविष्य के गर्भ में एक जटिल प्रश्न के रूप में जन्म लेगा।इसका उतर अभी बताना जल्दबाज़ी होगा।कोरोंना से लड़ रहे युद्ध में उलझी दुनिया दुनिया काफ़ी चिंतित है।कोरोंना महामारी पूरे विश्व को अंधकार में धकेल रही है।हर सरकार परेशान हो गई है।वर्तमान में जटिलता भविष्य के कई प्रश्नों को जन्म दे रही है।कोरोना एक महामारी या तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत है , इसे समझने के लिए हमें कुछ बातों पर गौर करने की जरूरत है।क्योंकि जैसे जैसे समय बितता जा रहा है इसकी ख़ुशबू कई देशों में तनाव पैदा कर रही है।कई देश चीन से व्यापार करने पर पुनः समीक्षा के मूड में आ गए है।भाइयों कोरोना एक वेशविक महामारी बनकर पूरे विश्व में छा गयी जिसका फैलना या फैलाना ऐसा मुद्दा बन चुका है जिसे अमरीका ने यूं एन में उठाया। लेकिन चीन की वीटो के कारण उस मुद्दे पर बहस को टाल दिया गया। जिससे पहली बार यूरोप को मालूम हुआ वीटो के गलत इस्तेमाल होने का मतलब क्या होता है।आज उन्हें लगने लगा है कि यह वीटो पावर का खेल यूं एन में नहीं होना चाहिए।भारत देश की समस्या को आज तक अमरीका और यूरोप ने समझने की कोशिश नहीं की थी।भारत के कई प्रस्ताव पर चीन द्वारा वीटो लगाया गया है।पहली बार अमेरिका, यूरोपियन देशों को लगा है कि अपने फायदे के लिए गलत लोगों का साथ देना आस्तीन में सांप पालने जैसा है।अब उसे खत्म करना बिल्कुल युद्ध लड़ने जैसा है।आज तीसरे विश्वयुद्ध की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है।किसी भी युद्ध के पहले पटकथा तैयार होती है। जैसा कि प्रथम एवं द्वितीय विश्वयुद्ध के समय तैयार हूवा था ।कोरोंना पर हम नजर डालें तो चीन ने इस बीमारी की ऐसी पिक्चर विश्व में फैलायी जिससे लग रहा मानव अंत की शुरुआत हो गयी हो।परंतु विश्व के डॉक्टर, वैज्ञानिक कोरोंना की दवाई पर सोध प्रारम्भ कर दिए है । और जल्द इसका दवाई बना लेंगे।आज के वर्तमान समय में चीन एक पैनिक माहौल बनाने में वो कामयाब रहा।विश्व को भ्रमित करने के लिए उसने अपना शेयर मार्केट गिरा दिया जिससे पूरे विश्व में हड़कंप मच गया जो वो चाहता था वो किया।और यूरोपियन इन्वेस्टर ने अपने शेयर मार्केट में बेचने शुरू कर दिए और शेयर वेल्यू इतनी नीचे चलीं गईं जिसकी अमरीकन और यूरोपियन इन्वेस्टर ने सोचा भी नहीं था।वो चीन के महामारी के नाम पर फैलाये गये चक्रव्यूह में वो ऐसे फंसे की पूरा यूरोप, जर्मन, जापानी, और अमरीका के इंवेस्टर अपने शेयर कौड़ियों के भाव बेचकर सड़क पर आ गये और उन्हीं शेयर को देश की आर्थिक बर्बादी का डर दिखाकर चीनी सरकार ने पैकेज लाकर खरीद डालें और एक ही झटके में अपने देश की विदेशी कम्पनियों पर अपना आधिपत्य स्थापित कर डाला।इसको जब तक अमरीका और यूरोप ने समझा तबतक उनकी अर्थव्यवस्था जड़ से चरमरा गई।आज अमेरिका सबसे ज्यादा मेहनत कर चीन के दोहरे चरित्र के चाल को विश्व के सामने लाने का प्रयास कर रहा है।अमेरिका जानता हैं कि चीन ने उसे कहा से कहा पहुंचा दिया है।चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन के गठजोड़ का नतीजा है जो विश्व को महामारी से पूरे विश्व को आर्थिक रूप से कमज़ोर करने की ओर ले गया।मेरे मित्रों अगर आप चाहते हैं कि हमारा देश वर्तमान समय में कोरोंना बीमारी और विश्व आर्थिक षड्यंत्र से बाहर निकले तो इसमें सभी भारतीय को स्वच्छ मन चित से सोच कर राष्ट्र के प्रति प्रेम समर्पण और सरकार के निर्दोषों को पालम करने का संकल्प लेना होगा।सरकार राष्ट्रहित और जनता हित में लघु , कुटीर और घरेलू उधोग का बढ़ावा दे और आर्थिक सहयोग करे।राष्ट्र पर संकट आने पर हम हर बार लड़कर विजेता बने है।आज हमसभी देश में भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की कसम खाए और कही भी दृष्टिगोचर भ्रष्ट व्यवस्था से नफ़रत करनी शुरू करे। सरकारी सिस्टम ही नहीं देश के हर सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सहयोग के साथ वचनबद्ध बने ।हमसभी अपने बच्चों को जन्म से राष्ट्रभक्ति , प्रेम भाईचारा , मेहनत करना सिखाये।उन्हें समझाए की कोई भी सफलता उन्हें अपनी योग्यता से मिलनी चाहिए।वो सफलता रिश्वतखोरी को बढ़ावा देकर ना मिले और ना ही किसी का हक मार कर प्राप्त हो। देश को वर्तमान एवं आने वाले समय में ईमानदार राजनेता , निष्पक्ष और मेहनतकश पुलिस, डाक्टर, इंजीनियर, वेज्ञानिक सहित हर क्षेत्र में सुंदर वक्तित्तव पैदा हों जो अपनी मेहनत के बल पर वेक्सीन, दवाइयां, इंसान के उपयोग से जुड़े हर वस्तु और उपकरणों की खोज करे, न्याय के साथ क़ानून का राज हो जिससे देश में ख़ुशहाली हो और देश अपने बलबूते पर समस्याओं का सामना कर पाये।मेरे दोस्तों ये लोकडाउन हमें बहुत कुछ सिखाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।हमें आज अपने आपको और अपने बच्चों को सबसे पहले भारतीय बनाने की शुरुआत करनी होगी, हमेशा अपनी रगो में अनेकता में एकता प्रेम का लहू दौड़ाना होगा।हम कितने भी बड़े अधिकारी बिजनेस मैन, नेता क्यों ना हों, अपने कार्यालय में आए हर व्यक्ति का अपनी सीट से अच्छे शब्दों से अभिनन्दन करें और उसका काम कर ईमानदार व्यवस्था कायम करे।
कोरोंना वायरस लैब मैं बनाया गया बाइलोजिकल हथियार हो या जन्तु से मानव में फैलने वाला वायरस, या आर्थिक वायरस हो, इस गंदी वायरस की शुरुआत विश्व के मानव सभ्यता में हो चुकी है। जिसका सामना हम सभी को हर क्षेत्र में मज़बूती से करना है।आए हम सभी समय से क़दम से क़दम मिलाकर हम एक नया सभ्य समाज बनाना। मुझे यकीन है हम ये कर सकते हैं।भारत संस्कृति और इतिहास प्रमाणिकता के रूप में दृष्टिगोचर है कि हर संकट से भारतीय अपने दृढ़ संकल्प के साथ हर काल खंड में विजय पताका लहराएँ है।अंत में कहूँगा :- जो दर्द का विषपान किया हो, उसी की हंसी निष्पाप होती है।