बिहार जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा की, पत्रकारों को दारू नहीं मिल रहा, इसलिए CM नीतीश के खिलाफ
चर्चित बिहार : पटना
23 अगस्त 2022
लखीसराय: जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने दावा किया है कि बिहार में शराबबंदी होने के कारण दारू नहीं मिला रहा है। दारू नहीं मिलने के कारण पत्रकारों को शराब पीने के लिए नहीं मिलती है। यही कारण है कि ये लोग ( मीडिया ) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हो गए। उक्त बातें ललन सिंह ने लखीसराय में कही। एक जनसभा को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने कहा कि महिलाओं की मांग पर नीतीश कुमार ने शराबबंदी का निर्णय लिया। आज बहुत से अखबार और मीडिया वाले लोग नीतीश कुमार के खिलाफ हैं, क्योंकि उन्हें दारू पीने के लिए नहीं मिलता। दारू पीने के लिए नहीं मिलता तो सीएम नीतीश क्या करें? सीएम नीतीश आपकी मौज मस्ती देखें या बिहार की जनता को देखें। महिलाओं की मांग पर उन्होंने शराबबंदी की। आज उसी का नतीजा है कि घरेलू हिंसा और सड़क पर जो उत्पात हो रहा था उसमें कमी आई है।
दांवों में कितना है दम
ललन सिंह की पार्टी जेडीयू सरकार में है। नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं। महागठबंधन की सरकार में ही बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी। लगभग सात साल हो गए बिहार में शराबंदी लागू किए हुए। बावजूद इसके, हर दिन शराब पकड़ाने की खबर सामने आती रहती है। यही नहीं, हर महीने कहीं न कहीं से जहरीली शराब पीने से मौतों से जुड़ी खबर सामने आती रहती है। बिहार सरकार के आंकड़ों पर ही ध्यान दें तो 2015 के बाद से अब तक शराब के मामले से जुड़े 2 लाख से अधिक मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। तीन लाख से अधिक लोगों को शराबबंदी कानून के तहत जेल में भेज दिया गया है।
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि पत्रकारों को दारू नहीं मिल रहा है, इसलिए नीतीश कुमार के खिलाफ हैं @NavbharatTimes pic.twitter.com/ZQzrakqjCe
— NBT Bihar (@NBTBihar) August 23, 2022
महाराष्ट्र से अधिक बिहार के लोग पीते हैं शराब
वहीं, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS), 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, ड्राई स्टेट होने के बावजूद बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा लोग शराब पी रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, बिहार में 15.5 प्रतिशत पुरुष शराब का सेवन अब भी करते हैं। जबकि महाराष्ट्र में शराब पीने वाले पुरुषों का प्रतिशत महज 13.9 फीसदी है।रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में 15.8 प्रतिशत और शहरी इलाकों में 14 प्रतिशत लोग शराब पीते हैं। महिलाओं के मामले में बिहार के शहरी इलाके की 0.5 % व ग्रामीण क्षेत्रों की 0.4% महिलाएं शराब पीती हैं। जबकि महाराष्ट्र के शहरी इलाके में 0.3% और 0.5% महिलाएं शराब पीती हैं।
अपनी नाकामी को छुपाने के लिए जेडीयू लगा रही आरोप
इधर, केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद ललन सिंह द्वारा “दारू न मिलने के कारण मीडिया नीतीश के खिलाफ है ” के बयान को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि अब जेडीयू अपनी नाकामी को छूपाने के लिए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर आरोप लगाने का काम कर रही है। यह उनके हताश का परिचायक है। आज बिहार में अराजकता का माहौल है। अपराधी तांडव करने लगे हैं। युवाओं पर लाठियां भांजी जा रही है। नकली शराब पीकर लोग मर रहे हैं। लेकिन इससे जेडीयू को कोई लेना देना नहीं है। हर हाल में सत्ता में चिपके रहना ही, इनका एजेंडा है। जनता के सामने पोल खुल रही है तो ये मीडिया को टारगेट करने लगे हैं, यह अशोभनीय है। उन्हें मीडिया से अविलंब माफी मांगनी चाहिए।