बीजेपी से कम सीटों पर लड़कर ज्यादा सीटों पर नीतीश का जलवा, 12 सीटों पर बनाई निर्णायक बढ़त
बिहार में लोकसभा चुनाव के सभी 40 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं और जेडीयू उम्मीदवार 12 सीटों पर निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं. जेडीयू के इस प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार बिहार में एक बार फिर बड़ी ताकत के रूप में उभरे हैं और इस बार केंद्र में सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका हो सकती है.
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दिनांक : 04 -06 -2024
बिहार :- देश के साथ ही बिहार के भी सभी 40 लोकसभा सीटों के रुझान सामने आ गए हैं. पहले माना जा रहा था कि इस लोकसभा चुनाव में एनडीए की तरफ से बीजेपी और महागठबंधन की तरफ से तेजस्वी की पार्टी आरजेडी सबसे बेहतर प्रदर्शन करेगी लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के प्रदर्शन ने सभी को चौंका दिया है. नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार में बड़ी ताकत बनकर उभरे हैं और जनता दल यूनाइटेड ने विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है.
बिहार में बीजेपी से कम सीटों पर चुनाव लड़कर भी रुझानों में जेडीयू के ज्यादातर उम्मीदवार आगे नजर आ रहे हैं और जीत की तरफ बढ़ रहे हैं. इस लोकसभा चुनाव में बिहार की 16 सीटों पर नीतीश की पार्टी ने चुनाव लड़ा था जिसमें 12 सीटों पर जेडीयू जीत हासिल करती हुई नजर आ रही है.
नीतीश कुमार की पार्टी ताजा रुझानों के मुताबिक बांका (गिरधारी यादव- 103844 वोट से आगे), भागलपुर (अजय कुमार मंडल -93427 वोट), गोपालगंज (आलोक कुमार सुमन- 126381 वोट से आगे), झंझारपुर (रामप्रीत मंडल – 128537 वोट से आगे), मधेपुरा (दिनेश चंद्र यादव, 173587 वोट से आगे), मुंगेर (ललन सिंह 74551 वोट से आगे), नालंदा (कौशलेंद्र कुमार 116786 वोट से आगे), शिवहर (लवली आनंद 27466 वोट से आगे), सीतामढ़ी (देवेश चंद्र ठाकुर 43605 वोट से आगे) सीवान (विजयलक्ष्मी देवी 43605 वोट से आगे), सुपौल (दिलेश्वर कमैत 168114 वोट से आगे) और वाल्मीकि नगर (सुनील कुमार 98865 वोट से आगे) सीटों पर सबसे आगे चल रही है और निर्णायक परिणाम की तरफ बढ़ रही है.
बात अगर 2019 के चुनाव नतीजों की करें तो बीजेपी और जेडीयू, दोनों ही पार्टियों ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था. बीजेपी ने अपने कोटे की सभी 17 सीटें जीती थीं और जेडीयू ने 16. चिराग पासवान की पार्टी ने अपने कोटे की सभी छह सीटें जीती थीं. एनडीए ने 40 में से 39 सीटें जीती थीं और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी. कांग्रेस ने किशनगंज सीट से चुनाव जीता था.
जेडीयू की जीत के क्या कारण हैं
माना जा रहा है कि केंद्र में सरकार बनाने में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका हो सकती है. चुनावी विश्लेषकों के मुताबिक नीतीश कुमार के कोर वोट बैंक महादलित समुदाय और महिलाओं ने जेडीयू के पक्ष में जमकर वोट किया है. बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार की शराबबंदी के फैसले के बाद से ही ज्यादातर महिलाएं नीतीश कुमार के पक्ष में गोलबंद रही हैं.