बेगूसराय डीपीओ साक्षरता कार्यालय पर आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन एवं तालाबंदी किया गया
बेगूसराय :- साक्षर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत कार्य करनेवाले प्रेरक समन्वयकों से प्रभार जमा करने हेतु धमकी भरा पत्र 1682 के विरुद्ध प्रेरक समन्वयकों ने राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत डीपीओ कार्यालय पर संबोधित करते हुए प्रखण्ड समन्वयक जितेन्द्र जीतू ने कहा कि जब बिहार में 50 हजार साक्षरता केंद्र स्वीकृत है, और 28 हजार टोलासेवक एवं तालीमी मरकज के शिक्षा स्वयंसेवक की बहाली हुई है था टोलासेवकों का 4500 पद रिक्त हैं ।फिर भी 22 हजार पद खाली है,इधर साक्षर भारत के प्रेरक समन्वयकों की संख्या मात्र 19 हजार के आस-पास है,तो रिक्त पद पर प्रेरक समन्वयकों को क्यों नही समायोजन किया जा सकता है। आगे कहा कि जनशिक्षा निदेशक दुर्भावनावश साक्षर भारत के कर्मियों को दरकिनार कर रहे हैं, जबकि समूचा बिहार साक्षर भारत कर्मी के अल्प मानदेय प्राप्ति के बाद भी निष्ठापूर्वक कार्य करने से अवगत है।सभा को बरौनी के प्रखण्ड समन्वयक अशोक कुमार,रामकिशोर प्रसाद,रामानंद चौधरी,रणवीर रमन,विजय कुमार सिंह, रंजन कुमार,प्रेरक बबिता कुमारी,वशिष्ठ शर्मा, आदि ने भी कहा कि एक तो हमलोगों को 21 माह का मानदेय नही दिया गया है, जिससे हमारे कर्मी भुखमरी का शिकार हो रहे हैं, उसके वाद भी निदेशक द्वारा यह कहना कि अविलम्ब प्रभार जमा करे नही तो मानदेय नही दिया जायेगा, यह निदेशक की तानाशाही रवैया को उजागर करता है।अंत मे प्रखण्ड समन्वयक तेघरा अशोक के द्वारा साक्षर भारत कर्मी को हटाए जाने से संबंधित पत्रांक 1199 एवं 1682 को डीपीओ कार्यालय पर जलाया गया।