पुलिस कप्तान कुमार आशीष बने शिक्षक,बच्चों को दिए कई टिप्स
चर्चित बिहार किशनगंज :किशनगंज एस.पी.कुमार आशीष बने शिक्षक और अपने भ्रमण के बीच जिले के मध्य विद्यालय, टप्पू में बच्चों की क्लास लगाकर, उन्हे आगे बढ़ने के लिए कई टिप्स दिये।पुलिस अधीक्षक, कुमार आशीष को अपने बीच पाकर स्कूली बच्चे खुशी फूले नहीं समा रहे थे।यूं कह लिया जाय कि किशनगंज में पदस्थापना के बाद इनका इस प्रखंड में पहला दौरा था।जहां आते हीं इन्होने आदर्श म.वि.टप्पू का रुख किया।शिक्षक की भूमिका में एस.पी.ने छोटे छोटे बच्चों के बीच केवल एक शिक्षक हीं नहीं ,बल्कि एक दोस्त की भी भूमिकाओं को निभा रहे थे।जिसके लिए इन्होने पिछले दिनों लोगों से आह्वाहन भी किया था।खासतौर पर इनका स्कूल में आना एक तरफ जहां लोगों के लिए कौतोहुल का विषय बना हुआ था।वहीं स्कूली शिक्षकों में एक अतिरिक्त उर्जा का संचार हो रहा था।स्कूल से निकलकर एस.पी. ने कस्तूरबा गांधी विद्यालय को भी देखा और अपने तयशुदा कार्यक्रम,दिघलबैंक थाना के लिए कूच कर गये।
गौरतलब है कि किशनगंज का दिघलबैंक दौरा अपने आप में एक अजूबा और अविस्मरणीय माना जा रहा है।दिघलबैंक थाना के निरीक्षण के बाद इन्होने जनप्रतिनिधियों से भी संवाद किया।उनकी समसस्यायों को सुना और निदान करने का भरोसा दिलाया।पर ये क्या एस.पी. कुमार आशीष थाना परिसर में उड़ते बाज की तस्वीर उतारने में एक सधे फोटोग्राफर की भूमिका में भी दिखे।बताते चलें कि थानासिरस्ता के सामने बना चबुतरा उस विशालकाय बटबृक्ष के स्थान पर बना है।जहां प्रवासी पक्षियों का बसेरा बना रहता था। तकरीबन सौ साल पुराने बट बृक्ष का अस्तित्व एक भयंकर आंधी ने मिटा दिया था।थाना निरीक्षण के बाद किशनगंज एस.पी.का काफिला भारत नेपाल सीमा के एस.एस.बी.आऊट पोस्ट की ओर बढ़ चला।जहां एस.एस.बी.की चौकसी,सीमा की निगरानी को मौजूद ईंसपेक्टर सह कमांडर विकास चंद्र विश्वास ने कई अहम् जानकारिया़ं दी।इस क्रम में एस.पी. ने नोमेंस लेंड से सटे नेपाली क्षेत्र का भी अवलोकन किया।इनके साथ थानाध्यक्ष अरविंद कुमार एवं अन्य पदाधिकारी चल रहे थे।फिर पुलिस अधीक्षक ने चलते चलते पांच किलोमीटर दूर कोढ़ोबाड़ी थाना का भी निरीक्षण किया और जिला मुख्यालय की ओर कूच कर गये।अपने भ्रमण के बीच बहादुरगंज एल.आर.पी.चौक पर मौजूद पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष बहादुरगंज इरशाद अहमद से वार्ता कर उन्हें आवश्यक निर्देश देते हुए किशनगंज की ओर चल दिये।
वास्तव में पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष जिन्हें इनाम देने से लेकर दंड देने तक की त्वरित क्षमतावान कहा जाता है।वहीं जिले में पदस्थापना के बाद दिघलबैंक थाना निरीक्षण कार्यक्रम,एवं इससे जुड़े अविश्मरणीय क्षणों की तुलना इनके व्यक्तित्व और कर्तव्यों को एक साथ जोड़कर करते देखे जा सकते हैं।जहां लोग एक पुलिस अधीक्षक की कई भूमिकाओं से रु व रु हुए हैं।स्कूली बच्चों के साथ कई टिप्स शेयरकर उनसे मित्रता करने की कला इस भ्रमण कार्यक्रम को यादगार बनाते बीत गया ।