शब्दों का संसार रचने में काफी मददगार होगा रिफाइनरी का शब्द पर्व: कार्यपालक निदेशक
सुरेन्द्र, बेगूसराय।
चर्चित बिहार शब्द पर्व बरौनी रिफाइनरी की बहुत ही बेहतरीन पहल है। इसके माध्यम से लोग दुनिया भर के लेखकों के साहित्य, संस्कृति एवं आध्यात्मिक कीर्ति से रूबरू हो सकते हैं। यह बातें बेगूसराय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीवान अब्दुल अजीज खान ने बुधवार को बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप के जुबली हॉल में शब्द पर्व पुस्तक मेला का शुभारंभ करते हुए कही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक के के जैन ने कहा कि भारत सरकार की राजभाषा नीति के अनुसार बरौनी रिफाइनरी, कार्यालय के कामकाज में हिंदी के प्रयोग को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति बरौनी के अध्यक्षीय कार्यालय होने के नाते सदस्य कार्यालयों में भी हिंदी के प्रगामी प्रयोग को सुनिश्चित करने, कार्यान्वयन को सुगम बनाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने, नगर स्थित सरकारी कार्यालयों में वार्षिक कार्यक्रम के सुचारु कार्यान्वयन एवं राजभाषा कार्यान्वयन में किसी भी प्रकार की सहायता के लिए उत्तरदायी है। राजभाषा कार्यान्वयन को बढ़ावा देने में विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ पुस्तकों का भी अहम योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से जुबली हॉल में 24 से 31 अक्टूबर तक शब्द पर्व पुस्तक मेला का आयोजन किया गया है। यह शब्दों का संसार रचने में काफी असरदार साबित होगा। इससे सदस्य कार्यालयों को भी हिंदी के कार्यान्वयन को बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी लाभान्वित होंगे। बरौनी रिफाइनरी एवं राजभाषा कार्यान्वयन समिति के संयुक्त प्रयास से आयोजित मेला में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की परशुराम की प्रतीक्षा है तो पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य का वेद भी। इसके अलावा देश विदेश के सैकड़ों लेखकों की पुस्तकें उपलब्ध है। पुस्तक मेला में राजकमल प्रकाशन, लोक भारती, सस्ता साहित्य मंडल, राधा कृष्ण, ज्ञान विज्ञान, सार्थक, राजा पॉकेट बुक्स, डायमंड पॉकेट बुक्स, भारतीय ज्ञानपीठ एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रकाशन आदि द्वारा प्रमुख रूप से स्टॉल लगाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कैशलेस पेमेंट की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। मौके पर रिफाइनरी के मानव संसाधन मुख्य महाप्रबंधक मानस बरा,
परियोजना मुख्य महाप्रबंधक बी बी बरुआ, मानव संसाधन महाप्रबंधक पी के सिन्हा, मानव संसाधन उप महाप्रबंधक कमल बसुमतरी, सहायक हिंदी सह कॉरपोरेट संचार अधिकारी शरद कुमार, जनपद के चर्चित साहित्यकार अशांत भोला, बीटीएमयू के कार्यकारी अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह, आईओओए के सचिव बसंत कुमार आदि उपस्थित थे।