आपदा की घड़ी में असामान्य व्यवहार ही कारगर
आपदा की घड़ी में असामान्य व्यवहार ही कारगर
चर्चित बिहार :- देश में कोरोना महामारी को लेकर लॉक डाउन घोषित है। करीब एक माह से अधिक समय से लॉक डाउन घोषित होने के कारण व्यक्ति का जीवन शैली सामान्य से असामान्य की ओर बढ़ता जा रहा है। मुंगेर जिला का जमालपुर क्षेत्र हॉटस्पॉट हो चुका है इस कारण यहां रह रहे लोगों को अपने आपको सामान्य व्यवहार से असामान्य व्यवहार की ओर ढालना होगा।
सामान्य एवं असामान्य व्यवहार में लोगों के अंदर सही-गलत, नैतिक-अनैतिक, के बोध में भी अंतर आ जाता है। असामान्य परिस्थिति में असामान्य व्यवहार ही समाज के उन्नति एवं व्यक्ति के प्रतिष्ठा बढ़ाने में सहायक होती है। ऐसे में सामान्य व्यवहार समाज की उन्नति एवं प्रतिष्ठा बढ़ाने में नुकसानदायक हो सकता है। आपदा की इस घड़ी में असामान्य व्यवहार ही कारगर होता है। सामान्यत: मनुष्य के दिनचर्या में लोगों से मिलना जुलना, एक दूसरे को घर बुलाना, एक दूसरे के घर जाना, छोटे-छोटे अवसर पर बडा़ बडा़ आयोजन करना, गलियों में टहलना, गलियों के लोगों से मिलना जुलना शामिल है। जो इस असामान्य परिस्थिति में कहीं से हितकर नहीं है।
इसलिए असामान्य परिस्थिति में असामान्य व्यवहार अपना कर ही अपना एवं समाज का हित साध सकते हैं। दूसरा पक्ष यह भी है कि अधिक समय तक असामान्य जीवन-शैली अपनाने से व्यक्ति के अंदर विषाद की अवस्था उत्पन्न हो सकती है। जिसमें लोगों के उत्साह की कमी तथा शारीरिक एवं मानसिक क्रियाओं के मंद होने के लक्षण आ सकते हैं।
इससे उबरने हेतु आप सब प्रत्येक दिन अपने अपने घर में योगाभ्यास करते रहें।अपने आप को एकल कार्य में जैसे कुछ लिखना पढ़ना आदि में शामिल करें। इससे इस विकट परिस्थिति से उत्पन्न असामान्य व्यवहार के विषाद से निपटा जा सकता है एवं इस आपदा से भी बचाव किया जा सकता है।
सर्वजीत कुमार नोडल पुलिस पदाधिकारी कोविड-19 जमालपुर सह थानाध्यक्ष संग्रामपुर