लोजपा सांसद ही चिराग पासवान के सपने को तोड़ने पर उतारू; टिकट नहीं मिला तो राजद में जा रहे कैसर
Bihar : महबूब अली कैसर ने पशुपति पारस की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी का साथ छोड़ दिया है। वह कल राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने बताया कि टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर उन्होंने यह कदम उठाया है। वह अब महागठबंधन का प्रचार करेंगे।
लोक जनशक्ति पार्टी के खगड़िया सांसद ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान का सपना तोड़ने के लिए जमीन पर उतर रहे हैं। चौधरी महबूब अली कैसर रविवार को राजद में शामिल होंगे। चौधरी महबूब अली कैसर खगड़िया से लोजपा की टिकट पर दो बार सांसद बने हैं। तीसरी बार उनको पार्टी की तरफ से टिकट मिलने की संभावना खत्म हो गई, क्योंकि वह पशुपति कुमार पारस के गुट लोक जनशक्ति पार्टी (राष्ट्रीय) में चले गए थे। पारस ने सीटों पर समझौते की जगह केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली थी। पारस समेत उनके गुट में रहे भतीजे प्रिंस पासवान और चंदन सिंह भी बेटिकट हो चुके थे। ऐसे में कैसर ने धीरे से चिराग को साधने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। चिराग ने खगड़िया से नया प्रत्याशी दे दिया, तब कैसर ने राष्ट्रीय जनता दल से डील फाइनल कर ली। शनिवार को उन्होंने लोजपा से इस्तीफा दिया। रविवार को राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह के सामने राजद की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
लोजपा सहित एनडीए को बिहार में उठाना पड़ेगा भारी नुकसान
चौधरी महबूब अली कैसर तीसरी बार चुनाव लड़ना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने चिराग पासवान से संपर्क भी किया था लेकिन उनकी बात नहीं बनी। आरोप है कि पार्टी के द्वारा सिटिंग एमपी को टिकट नहीं दिया गया, जिसके बाद से वे नाराज चल रहे थे। चौधरी महबूब अली कैसर ने चिराग पासवान पर हमला करते हुए कहा कि वह खगड़िया में महागठबंधन के लिए प्रचार करेंगे और महागठबंधन के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि खगड़िया में महागठबंधन की जीत निश्चित होगी। वहीं बिहार में एनडीए का सूपड़ा साफ हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक रविवार को वह पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद से जाकर मिलेंगे। इसके बाद वे विधिवत राजद की सदस्यता लेंगे।
चिराग से किया गया था बगावत
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद चौधरी महबूब अली कैसर चिराग को छोड़कर पशुपति कुमार पारस के गुट में शामिल हो गए थे। बगावत के बाद भी उन्होंने लंबा समय वहीं गुजारा, लेकिन जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में चिराग पासवान की वापसी के बाद उनका महत्व बढ़ने लगा तो कैसर ने यह चिराग से निकटता की काफी कोशिश की। उन्हें सफलता नहीं मिली। जानकारों का कहना है कि चिराग पासवान ने इन्हीं सब वजहों से खगड़िया लोकसभा सीट से इस बार राजेश वर्मा को टिकट देकर प्रत्याशी बनाया है।