मजदूर हित के बदले मोदी हटाओ राजनीति में व्यस्त हैं मजदूर नेता: शंभू
सुरेन्द्र किशोरी,
चर्चित बिहार: बेगूसराय। श्रमिकों, किसानों और गरीबों के लिए मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार ने एक से बढ़कर एक योजना लाई है। न्यूनतम मजदूरी में एकमुश्त बढ़ोत्तरी कर सामाजिक, परिवारिक सुरक्षा के साथ बोनस, भत्ता मद में लगातार वृद्धि की गई। लेकिन क्षेत्र के स्वयंभू कथित मजदूर नेता इसे जमीन पर लागू कराने के बजाय मोदी हटाओ की राजनीति में व्यस्त हैं। वे जानते हैं कि योजनाएं जमीन पर अगर उतर गई तो उनकी दुकानदारी बंद हो जायेगी। यह बातें हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रासायन लिमिटेड (हर्ल) बरौनी के मैदान में रविवार को मजदूर एकता केन्द्र के बैनर तले संकल्प सभा को संबोधित करते हुए संरक्षक शंभू कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि ठेका श्रमिकों के वर्ग को मजबूर कर जबरन हड़ताल में झोंका जाता है। इससे हम सबों को उबरना होगा और ऐसे भ्रष्टाचारी और स्वार्थी तत्वों का बहिष्कार करना होगा। तभी हम शतप्रतिशत अपना अधिकार प्राप्त कर सकते है। प्रधानमंत्री जी के आह्वान न्यू इंडिया के संकल्प के साथ आज से संघर्ष आगाज कर रहे हैं। हरेक कठिनाई और बाधाओं को पार कर हम भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने में कामयाब होंगे। यही नये भारत और नये बेगूसराय का आह्वान है। मौके पर औद्योगिक क्षेत्र के सैकड़ों श्रमिकों ने एकजुटता का संदेश देते हुए केन्द्र सरकार द्वारा घोषित ‘श्रमेव जयते’ का शतप्रतिशत लाभ हेतु एकजुट संघर्ष का संकल्प लिया। संकल्प सभा की अध्यक्षता करते हुए अजीत कुमार ने कहा कि कई दशक से क्षेत्र के श्रमिकों के तथाकथित, स्वंभू नेताओं की मिली भगत के कारण क्षेत्र के श्रमिक न्यूनतम मजदूरी से भी वंचित रह रहे हैं। कंपनी और ठेकेदारों के साथ मिलकर रिफाइनरी के भी सैकड़ों श्रमिक जो आज अपने श्रम अधिकारों से वंचित किया गया। महामंत्री राजकिशोर सिंह ने कहा कि क्षेत्र के ठेका श्रमिकों को मजबूर बनाकर इनका आर्थिक और सामाजिक दोहन किया जाता रहा है। लेकिन अब समय बीत चुका है। केन्द्र में हर गरीब को देखने और उनतक वाजिब अधिकार सुनिश्चित करनेवाली नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार है। शत प्रतिशत श्रमेव जयते सुनिश्चित होने तक हमारा संघर्ष इस मैदान से शुरू हो चुका है। इसकी गुंज दिल्ली तक जायेगी। बरौनी थर्मल पावर मजदूर यूनियन के महामंत्री शंकर शर्मा ने कहा कि थर्मल के श्रमिकों के बकाया मजदूरी, फाइनल/पीएफ में लेट एवं आधारहीन तथ्यों पर मामले को खींचना असमंजस पैदा करता है।
बीटीपीएमयू के अध्यक्ष राजेश पटेल ने कहा कि आज क्षेत्र के श्रमिक स्वतः स्फूर्त अपने कानून सम्मत अधिकार के लिए उठ चुके हैं। भ्रष्टाचार की चौकरी का खात्मा होकर रहेगा। सहमंत्री शशिभूषण, उपाध्यक्ष उमेश सिंह, कोषाध्यक्ष चंदन कुमार आदि ने कहा कि यह संघर्ष शोषकों और शोषितों के बीच का है। इस संघर्ष में हम अपने अधिकार को प्राप्त करेंगे। संकल्प सभा में रिफाइनरी, थर्मल, हर्ल खाद कारखाना, पुंजलायड रोड प्रोजेक्ट, पुल प्रोजेक्ट, रेलवे, मोटिया मजदूर समेत अन्य छोटे बड़े प्रतिष्ठान में कार्यरत श्रमिक शामिल हुए।