पटना अगलगी मामले में 2 होटल मालिकों पर FIR, 13 लोग अभी भर्ती, सामने आई हादसे की बड़ी लापरवाही
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दिनांक : २6 /०४ /२०२४
पटना जंक्शन से कुछ ही दूरी पर स्थित एक होटल में गुरुवार (25 अप्रैल) को भीषण आग लगी थी. इस घटना में 6 लोगों की मौत हुई थी जबकि 16 लोगों का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है. इस मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है. होटल मालिक के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. हादसे के पीछे की लापरवाही भी सामने आई है.
पटना सदर अंचलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने कोतवाली थाने को एफआईआर के लिए आवेदन दिया है. इसमें उन्होंने होटल मालिक के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं. पाल होटल के साथ उसके बगल में स्थित अमृत होटल पर भी एफआईआर दर्ज कराई गई है. अंचलाधिकारी का कहना है कि बहुमंजिल होटलों में आने-जाने का एक ही रास्ता है जो काफी संकीर्ण पाया गया. होटल के कमरों में 30 से अधिक लोग फंसे थे. बाहर निकलने का कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं है. यह गंभीर लापरवाही है. भवन निर्माण के नियमों को अनदेखी की गई है और इस बिल्डिंग का व्यवसायिक रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था. सुरक्षा एवं फायर के नियमों की भी अनदेखी की गई है. इस कारण आग लगने के बाद भवन के अंदर लोग फंसे रह गए.
वैकल्पिक रास्ता होता तो बच जाती जान
अंचलाधिकारी का कहना है कि अगर भवन से बाहर निकलने का वैकल्पिक रास्ता होता तो इतने लोग नहीं फंसते. ना तो झुलसते और ना ही उनकी मृत्यु होती. पाल होटल के सबसे निचले तल्ले में जहां से एंट्री होती है वहीं रसोई है. रसोई में ही फ्रीज एवं एएसी के आउटलेट्स लगे हुए हैं. वहीं पास में ही रसोईया खाना बना रहा था. रसोईया की लापरवाही और होटल मालिक की अव्यवस्था के कारण आग लगी है. आग पर तत्काल नियंत्रण नहीं किया गया और न ही होटल में आग बुझाने का कोई प्रबंध था.
अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं
पटना सिटी एसपी चंद्रप्रकाश ने शुक्रवार को बताया कि अभी तक अपडेट यही है कि और किसी की मौत नहीं हुई है. कुल छह लोगों की मौत हुई है. 19 लोग पीएमसीएच में भर्ती हुए थे. इनमें से 13 लोग अभी पीएमसीएच में भर्ती हैं. उन्होंने बताया कि कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है. हम लोग जांच प्रक्रिया में लगे हुए हैं. जांच प्रक्रिया के बाद गिरफ्तारी हो सकती है.
जिलाधिकारी ने की घायलों से मुलाकात
इस अगलगी की घटना के बाद गुरुवार की शाम ही पटना के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक पीएमसीएच पहुंचे थे. घायलों से मिले थे. पीएमसीएच के अधीक्षक को निर्देश दिया कि घायलों पर विशेष ध्यान दिया जाए. डीएम ने जिला अग्निशमन पदाधिकारी को पाल होटल में हुए अग्निकांड की जांच कर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है