छठ-दीपावली के लिए एडवांस ई टिकट की दलाली, 22.50 लाख के टिकट ब्लॉक
चर्चित बिहार मुजफ्फरपुर. रेड मिर्ची समेत अन्य सॉफ्टवेयर से मिनटों में दर्जनों एडवांस ई-टिकट काटने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। आईआरसीटीसी, आरपीएफ व सीआईबी की संयुक्त छापेमारी में गोलाबांध रोड अखाड़ाघाट से टूर एंड ट्रेवल्स जंक्शन से गौतम कुमार कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया।
22 लाख के टिकट ब्लॉक
दीपावली व छठ में आने-जाने के लिए इस गिरोह ने बड़ी मात्रा में एडवांस ई-टिकट काटे थे। छापेमारी में मौके से 83 हजार 543 रुपए के आरक्षित ई-टिकट भी बरामद किए गए। आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने उसके कंप्यूटर की जांच में पाया कि उक्त दलाल ने सितंबर माह में 75 फर्जी आईडी बनाकर 21 लाख 58 हजार 560 रुपए के टिकट काटे हैं।
अधिकारियों में मचा हड़कंप
इतनी बड़ी मात्रा में टिकट काटकर बेचने के कागजात कंप्यूटर में मिलने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सभी आरक्षित टिकट को आईआरसीटीसी ने ब्लॉक कर दिया गया है। आरपीएफ में उक्त दलाल के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया है।
भास्कर ने किया था फर्जी आईडी से दलाली का खुलासा
बता दें कि दैनिक भास्कर ने रेड मिर्ची नामक सॉफ्टवेयर से एडवांस टिकट काटने का खुलासा किया था। फिर पटना, रांची आदि स्थानों पर छापेमारी कर कई दलालों को गिरफ्तारी की गई थी। उसी समय से आईआरसीटीसी मुजफ्फरपुर के टिकट दलालों पर भी नजर रखे थी।
आईआरसीटीसी मैनेजर के पहुंचने पर बनी टीम, नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी
बताया जाता है कि एक माह में उक्त दलाल द्वारा बड़ी मात्रा में फर्जी सॉफ्टवेयर व आईडी बनाकर ई-टिकट काटने की सूचना पर आईआरसीटीसी गौतम का मोबाइल सर्विलांस पर रखे था। एक माह में जब साढ़े 21 लाख की टिकट काटने की बात सामने आई तो आईआरसीटीसी के मैनेजर राकेश मिश्र शनिवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे।
आरपीएफ इंस्पेक्टर वीपी वर्मा व सीआईबी के रविशंकर सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम में सोनपुर की सीआईबी के अधिकारी को भी थे। टीम के सदस्य उक्त दुकान के बाहर सादे वेश में खड़े हो गए। वहीं एक आरपीएफ के जवान को सादे वेश में आनंदविहार के लिए टिकट लेने को भेजा। दलाल ने तुरंत लिच्छवी एक्स की टिकट दे दी। इसके बदले टिकट के मूल्य से 300 रुपए अतिरिक्त लिया।
जवान ने जैसे ही टिकट मिलने का इशारा किया कि बाहर टोह में खड़े अधिकारियों की टीम ने दुकान को चारों ओर से घेर लिया। वहीं टिकट दलाल गौतम कुमार कनौजिया को गिरफ्तार किया। लैपटॉप, कंप्यूटर, प्रिंटर व अन्य कागजात भी जब्त किए।
शहर के एक दर्जन दलालों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर
विशेष फर्जी सॉफ्टवेयर बनाकर शहर में यह गोरखधंधा चल रहा है। इनके तार ऊपर से जुड़े होने की बात कही जाती है। एडवांस ई-टिकट काटने वाले कई अन्य गिरोहों पर भी आईआरसीटीसी के पदाधिकारियों की नजर है। उन्हें चििह्नत करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
बताया जाता है कि एक दर्जन ऐसे टिकट दलालों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर रखा गया है, जो छठ-दीपावली त्योहारो में दिल्ली, मुंबई से आने-जाने के लिए एडवांस टिकट काटते हैं।