पीएनबी फ्रॉड: मेहुल चौकसी ने कहा- ईडी ने गैरकानूनी तरीके से मेरी संपत्ति अटैच की
चर्चित बिहार एंटीगुआ. 13,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले में आरोपी मेहुल चौकसी का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जो भी आरोप लगाए हैं, वे गलत और बेबुनियाद हैं। उन्होंने मेरी संपत्ति गैरकानूनी तरीके से अटैच की है। एंटीगुआ की नागरिकता लेने के सवाल पर चौकसी ने कहा- भारत सरकार ने मेरा पासपोर्ट रद्द कर दिया, जबकि मैं पासपोर्ट की बहाली चाहता था।
चौकसी ने मंगलवार को एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा, ”मुझे पासपोर्ट ऑफिस से एक मेल मिला। इसमें कहा गया था कि भारत के सामने मौजूद सुरक्षा खतरों के चलते मेरा पासपोर्ट निलंबित कर दिया गया है। मैंने मुंबई के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को 20 फरवरी को ईमेल भेजकर अनुरोध किया था कि मेरे पासपोर्ट का निलंबन खत्म करें। मुझे वहां से कोई जवाब नहीं मिला। मुझे यह भी नहीं बताया कि पासपोर्ट क्यों सस्पेंड किया गया और मेरी वजह से भारत की सुरक्षा को क्या खतरा है?”
जनवरी में सामने आया था पीएनबी घोटाला : मेहुल चौकसी 13,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले में आरोपी है। फिलहाल वह एंटीगुआ में रह रहा है। सीबीआई उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में है। सह-आरोपी नीरव मोदी लंदन में है। ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा था कि चौकसी ने नीरव मोदी के साथ मिलकर फर्जीवाड़े की पूरी साजिश रची थी। दोनों पीएनबी से कर्ज लेते थे और आयात-निर्यात की आड़ में रकम का हेरफेर करते थे।
फर्जी एलओयू से धोखाधड़ी को अंजाम दिया : नीरव और चौकसी ने 2011 से 2018 के बीच फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (एलओयू) के जरिए विदेशी खातों में रकम ट्रांसफर की। प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में मनी लॉन्डरिंग की जांच कर रहा है।