भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी: शाह का कार्यकाल जनवरी तक, लेकिन लोकसभा चुनाव तक अध्यक्ष बने रहेंगे
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में शुरू हुई। यहां 2019 लोकसभा चुनाव की रणनीति और मुद्दों पर चर्चा होगी। चर्चा का फोकस दलितों पर रहेगा। पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया कि भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में 2014 से भी ज्यादा सीटें हासिल होंगी। उन्होंने बैठक में अजेय भाजपा का नारा दिया। अध्यक्ष के तौर पर शाह का कार्यकाल जनवरी में खत्म हो रहा है, लेकिन वह लोकसभा चुनाव तक इस पद पर बने रहेंगे।
शाह ने कहा कि एससी/एसटी के मुद्दे पर असमंजस पैदा करने की कोशिशों का लोकसभा चुनाव पर असर नहीं पड़ेगा। हमारे संकल्प की शक्ति को कोई पराजित नहीं कर सकता। हमारे पास दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता है। हम दोबारा पूर्ण बहुमत से सत्ता में आएंगे। बैठक के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, सुरेश प्रभु भी शामिल हुए।
इन मुद्दों पर फोकस : रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक के दौरान मोदी सरकार के कामकाज, सामाजिक न्याय और आर्थिक सफलता पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा एससी-एसटी एक्ट, दलित, तेल की बढ़ती कीमतों, एनआरसी, आर्थिक वृद्धि पर भी चर्चा होगी। माना जा रहा है कि दलितों पर फोकस के चलते ही बैठक अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में रखी गई है।
5 राज्यों के विधानसभा चुनाव पर भी नजर : बैठक में अगले लोकसभा चुनाव के साथ पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा हो रही है। चुनावी राज्यों में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना शामिल हैं। अमित शाह ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि वे लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जीत के लिए संकल्प लें, क्योंकि इस शक्ति को कोई नहीं हरा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को बैठक में शामिल होंगे। वे पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित भी करेंगे। बैठक में सभी राज्यों के पदाधिकारी और शीर्ष नेतृत्व शामिल हो रहा है।
तेलंगाना में जल्द शुरू होगा अभियान : अमित शाह तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए 15 सितंबर को अभियान शुरू करेंगे। भाजपा नेता एन रामचंद्र राव ने बताया कि इस मौके पर महबूबनगर में एक विशाल जनसभा रखी जाएगी। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है। भाजपा हर विधानसभा क्षेत्र में रैली करेगी और हर सीट के लिए अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करेगी।