बाढ़ से परेशान बिहार ने मध्यप्रदेश से कहा-पानी धीरे-धीरे छोड़िए, मध्यप्रदेश भी ऐसा करने को तैयार
पटना. बिहार में गंगा और सोन के किनारे बसी आबादी पर भारी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल मध्यप्रदेश बाणसागर डैम में जलस्तर बढ़ने पर 5.5 लाख से 7 लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ रहा है। शुक्रवार की रात से पानी छोड़ने की शुरुआत हो गई। इतनी मात्रा में एकसाथ पानी आने पर बिहार में भारी तबाही हो सकती है। हालात की इस गंभीरता को देखते हुए जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव त्रिपुरारि शरण ने मध्यप्रदेश में अपने समकक्ष अधिकारियों से बात करके खतरे को कम करने का प्रयास किया। उनके अनुरोध पर मध्यप्रदेश शासन ने एक बार की बजाए कई चरण में, यानी धीरे-धीरे पानी छोड़ने का भरोसा दिया है।
गंगा पहले से उफान पर
बाणसागर के पानी से बिहार में खतरा इसलिए है, चूंकि यहां गंगा का जलस्तर पटना, भोजपुर और भागलपुर में पहले से खतरे के निशान से ऊपर है। सोन का पानी आखिर में गंगा में आकर मिलता है। वैसे, थोड़ी राहत की बात है कि अभी सोन में बहुत पानी नहीं है। संभावित खतरे के मद्देनजर आपदा प्रबंधन व जल संसाधन विभाग ने अफसरों और राहत, बचाव दस्ते को हाई अलर्ट पर रखा हुआ है।
बाणसागर का हाल | बाणसागर में जलस्तर 340.71 मीटर है। इसका पूर्ण जलभराव स्तर 341.54 मीटर है। जलस्तर प्रति घंटे 7 सेमी बढ़ रहा है। बाणसागर बांध संभाग ने जानकारी दी कि शुक्रवार की रात 10 बजे के बाद