मधुबनी में गरजे युवराज सुधीर सिंह कहा दोषियों को फांसी की सजा तक जारी रहेगा संघर्ष मधुबनी
मधुबनी में गरजे युवराज सुधीर सिंह कहा दोषियों को फांसी की सजा तक जारी रहेगा संघर्ष मधुबनी
।महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के भतीजे युवराज सुधीर सिंह आज मधुबनी नरसंहार पीड़ितों से मिलने सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंचे थे घटनास्थल पर उन्होंने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में वे पिड़ित परिवार के साथ है उन्होंने कहा कि जानबूझकर पूरे बिहार में राजपूत समुदाय को प्रताड़ित किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि जब-जब रावण जैसे अताताई होंगे तब तब राम बनकर उनका वध करने वाले लोग भी होंगे। उन्होंने कहा कि समाज में कटुता फैलाने वाले लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे पीड़ितों को उचित मुआवजा प्रदान करेंगे उन्होंने कहा कि जब जब समाज मे अपराधियों का मनोबल बढ़ा है उन्होंने कहा कि जिस समाज से दर्जनों विधायक मंत्री सांसद हो उस समाज के लोगों को सरेआम कत्ल कर दिया जाए और कोई आवाज नहीं उठाया इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात क्या होगी उन्होंने कहा कि उनके शरीर में रक्त का एक-एक बूंद समाज के अनाचार के खिलाफ इस्तेमाल होगा।घटनास्थल पर अपने हजारों समर्थकों के साथ पहुंचे युवराज सुधीर सिंह ने सर्वप्रथम पांचो मृतकों के परिजनों से मुलाकात की उन्हें ढाढस बनाया उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई तथा कहा कि जब कभी जिस किसी चीज की जरूरत होगी वह इस परिवार के बेटे की तरह आकर उनकी सहायता करेंगे उन्होंने कहा कि होली के त्यौहार के दिन एक ही परिवार से पांच अर्थियां उठना कलेजे को चीर जाता है
उन्होंने कहा कि उन्होंने भी पूरे घटना की जानकारी एकत्रित करने के बाद चुप्पी साधे रहे जब उन्हें लगा कि जब कोई इस पूरे मामले पर कुछ बोलने को तैयार नहीं तब उन्होंने लाइव आकर लोगों को ललकारा और वह अपने समर्थकों के साथ मधुबनी में पहुंचे।युवराज सुधीर सिंह ने कहा कि समाज को राजनीति धर्म और जात के नाम पर बांटने वाले लोग सचेत हो जाएं अगर इसी तरह से अन्याय होता रहा तो कई सारे हाथ बगावत कर बैठेंगे और ऐसे में समाज के लिए बिखराव का दौर आएगा।
स्थानीय शासन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए युवराज सुधीर सिंह ने कहा कि घड़ियाली आंसू बहाने वाले लोग बाज आए जख्म पर मरहम बनने वाले लोगों की जरूरत है जख्म पर राजनीति करने वाले लोगों को भी सचेत रहने की जरूरत है।आज हमारा घर जला है कल आपका घर जलेगा अपने पिता दीनानाथ सिंह और चाचा प्रभुनाथ सिंह की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह लोग समाज की लड़ाई लड़ते हुए आज सलाखों के पीछे है।
समाज को यह सोचना चाहिए कि संकट की घड़ी में कौन उनके साथ खड़ा है कौन उनकी लड़ाई लड़ेगा कौन उनकी आवाज बनेगा कौन उनके लिए संघर्ष करेगा उन्होंने कहा उनके परिवार की विरासत है कि जहां भी अनाचार अत्याचार शोषण होता है आवाज उठाई जाती है उसी परंपरा के तहत मधुबनी नरसंहार के पीड़ितों के आंसू पोछने आए हैं।