Breaking Newsताज़ा ख़बरबड़ी खबरेंबिहार

जीत की हैट्रिक लगाकर तीसरी बार पहुंचे लोकसभा, गिरिराज सिंह को फिर मिली मोदी कैबिनेट में जगह

गिरिराज सिंह ने आज तीसरी बार मोदी कैबिनेट के मंत्री पद की शपथ ली. गिरिराज को पीएम मोदी का कट्टर समर्थक माना जाता है. 2024 में चुनाव जीतकर गिरिराज ने हैट्रिक मारी है.

चर्चित बिहार
दिनांक : 09-06 -2024

पीएम नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार रविवार (09 मई) को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिसमें गिरिराज सिंह भी शामिल हैं. गिरिराज सिंह के बारे में कहा जाता है कि इन्होंने ही बिहार से सबसे पहले नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने की आवाज तेज की थी. 2024 के लोकसभा चुनाव में जीतकर गिरिराज ने सांसद की हैट्रिक लगा दी है.

कौन हैं कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह?

गिरिराज सिंह का जन्म 8 सितंबर 1952 को बिहार के बड़हिया लखीसराय में हुआ था. गिरिराज सिंह ने अपनी स्कूली शिक्षा बड़हिया के सरकारी स्कूल से की और 1971 में मगध विश्वविद्यालय, बिहार से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. वे भूमिहार समुदाय से हैं. उनका विवाह उमा सिन्हा से हुआ. गिरिराज सिंह और उमा सिन्हा की एक बेटी है.

पहली बार साल 2014 में नवादा सीट से जीतकर गिरिराज सांसद बने थे. उन्होंने आरजेडी के उम्मीदवार राजबल्लभ यादव को हराया था. वहीं साल 2019 में गिरिराज की सीट बदल दी गई थी. उन्हें बेगूसराय भेज दिया गया था, जहां उन्हें सीपीआई उम्मीदवार रहे कन्हैया कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ना था.

गिरिराज ने इस चुनाव में 4 लाख से ज्यादा वोट से कन्हैया को हराया था. 2024 में एक बार फिर गिरिराज सिंह बेगूसराय से ही सांसद बने हैं. इस बार भी उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार अवधेश राय को हराया है. इस बार गिरिराज ने अपने विरोधी को लगभग साढ़े छह लाख वोट से हराया है।

12 साल रहे एमएलसी

बतौर नेता गिरिराज सिंह की एंट्री साल 2002 में हुई थी. गिरिराज सिंह साल 2002 में बिहार विधान परिषद का सदस्य बने थे. उच्च सदन के सदस्य के तौर पर गिरिराज सिंह का 12 साल का कार्यकाल रहा था.

नीतीश सरकार में मंत्री बने गिरिराज

साल 2008 से 2010 तक गिरिराज सिंह नीतीश कैबिनेट ने सहकारिता मंत्री रहे. 2010 विधानसभा चुनाव के बाद गिरिराज को दोबारा मंत्री बनाया गया. इस बार नीतीश सरकार में उन्हें पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय मिला, लेकिन 2013 में नीतीश ने एनडीए से गठबंधन तोड़ा लिया, जिसके बाद गिरिराज सिंह विपक्ष में चले गए.

साल 2014 में पहली बार गिरिराज चुनाव लड़े और उन्हें नवादा लोकसभा में जीत मिली. गिरिराज सिंह 1 सितम्बर 2014 को  संसद सदस्यों के वेतन एवं भत्ते संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य बने. इसी साल नवम्बर में इन्हें श्रम संबंधी स्थायी समिति के सदस्य बनाया गया.

2014 से 2017 तक रहे मंत्री

मोदी की पहली कैबिनेट में 9 नवंबर 2014 को गिरिराज को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया.  मोदी कैबिनेट में 2017 में फेरबदल हुआ और गिरिराज को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिया गया.

मोदी 2.0 में फिर बने मंत्री

2019 लोकसभा चुनाव में बेगूसराय से जीतने के बाद गिरिराज पर मोदी ने पूरा भरोसा जताया और उन्हें पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री बना दिया. साल 2021 में मोदी कैबिनेट की फेरबदल के दौरान गिरिराज सिंह को कैबिनेट मंत्री के रूप में ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग दिया गया.

अब मोदी 3.0 में शानदार जीत के साथ गिरिराज सिंह मंत्री बने हैं। जातीय समीकरण के हिसाब से मोदी कैबिनेट में गिरिराज सबसे फ़ीट बैठते हैं. जाति से भूमिहार और सवर्ण नेता के तौर पर गिरिराज बिहार बीजेपी में बड़ा कद रखते हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button