नक्सलियों की मांद में सुपर सिंघम DIG मनु महाराज के नेतृत्व में SP लखीसराय और ASP अभियान इन एक्शन, चानन जंगल के चप्पे चप्पे को रहे है खंगाला, अवैध शराब भट्ठी ध्वस्त
चर्चित बिहार :- बतौर DIG मुंगेर के तौर पर अपनी तैनाती के बाद से ही इलाके के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लागतार दस्तक दे रहे आईपीएस मनु महाराज ने एक बार फिर नक्सलियों की मांद में घुसकर आपराधियों और माओवादियों की जुगलबन्दी में जारी अवैध शराब के कारोबार को ध्वस्त कर दिया। DIG मनु महाराज के नेतृत्व में चानन के जंगल क्षेत्र मे सघन सर्च अभियान चलाया गया।
डीआईजी मनु महाराज के साथ लखीसराय एसपी सुशील कुमार, एएसपी (अभियान) पवन उपाध्याय और सीआरपीएफ की टीम के साथ जंगल में छापेमारी करने पहुंचे। इस दौरान एसटीएफ और कोबरा जवान भी मुंगेर डीआईजी के साथ रहे। उल्लेखनीय है कि सोमवार को पुलिस ने डबल मर्डर और CRPF कैंप पर हमले में शामिल दो हार्डकोर नक्सलियों को चानन जंगल से गिरफ्तार किया था। दोनों को चानन थाना क्षेत्र के जंगली इलाके पंचमूर से पुलिस द्वारा दबोचा गया था।दोनों नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक कट्टा, 315 बोर के दो गोली एवं 315 बोर के ही तीन खोखा बरामद किया था। बता दें कि 2014 में जमुई में सीआरपीएफ कैम्प पर हमला को लेकर दोनों के खिलाफ 83/14 कांड संख्या दर्ज है।
दोनो की गिरफ्तारी के बाद मनु महाराज अपनी टीम के साथ पंचमुर में विश्वास बहाली और नक्सल गतिविधियों पर नकेल कसने के उद्देश्य से पहुचे। इस दौरान स्थानीय लोगो से बातचीत की और बच्चों को टॉफियां भी वितरित करते हुए विश्वास बहाली को नया आयाम देने की कवायद को आगे बढ़ाया।
नक्सल अपराधी गठजोड़ से शराब का अवैध कारोबार
नक्सल प्रभावित चानन थाना क्षेत्र में नक्सलियों के गठजोड़ से जंगली व पहाड़ी इलाकों में अवैध शराब कारोबारी का धंधा जोरों से फल-फूल रहा है। जिसपर पुलिस प्रशासन के लाखों प्रयास के बावजूद इस पर ब्रेक नहीं लग पा रहा है।
डीआईजी मनु महाराज के नेतृत्व में चानन थाना के कछुआ जंगल से लगभग दस से अधिक अवैध शराब भट्ठी, शराब बनाने के लिए रखे गए प्लास्टिक का डब्बे, एक सौ से अधिक बर्तन में फुल रहे जाबा महुआ, 70-80 टीन गुड़, चार बोरी उर्वरक (डीएपी सलफेट), दर्जनो ठेरी जलाबन के लिए रखे लकड़ी के अलावा शराब बनाने के उपकरण जब्त किये गए। साथ ही अवैध भट्ठे को ध्वस्त कर दिया गया।
वही, मनु महाराज के नेतृत्व में जारी अभियान की सूचना पसारने का फलाफल रहा कि कछुआ जंगल में नक्सलियों ने अपना ठीकाना बदल लिया। वही उनके संरक्षण में जारी शराब निर्माण की अवैध भट्ठी और लाखो रुपये मूल्य के शराब निर्माण ख़ातिर जमा किया गया सामना छोड़कर कारोबारी फरार हो गए।