एमवे ने अपने FightMalnutrition अभियान के साथ कुपोषण पर ध्यान केंद्रित किया
एमवे ने अपने #FightMalnutrition अभियान के साथ कुपोषण पर ध्यान केंद्रित किया
राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2021 मनाया
एसआरएफ और एमवे ग्लोबल के सहयोग से पॉवर ऑफ 5 कार्यक्रम का विस्तार किया, जिससे
हरियाणा के नूंह ब्लॉक में 40 से अधिक गांवों में कुल 60,000 से अधिक लोग लाभान्वित हुए
नई दिल्ली, 3 सितंबर 2021 : देश की अग्रणी एफएमसीजी डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों में से एक
एमवे इंडिया ने आज राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2021 के उपलक्ष्य में #FightMalnutrition अभियान
शुरू करने की घोषणा की। इस वर्ष की थीम – फीड स्मार्ट फ्रॉम स्टार्ट का लाभ उठाते हुए
अभियान के तहत 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में कुपोषण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए
एमवे के विश्व स्तर पर प्रसिद्ध पॉवर ऑफ 5 कार्यक्रम को आकर्षित किया जाएगा।
हाल ही में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार भारत के लगभग 80% राज्यों और केंद्र
शासित प्रदेशों ने बाल कुपोषण में खतरनाक वृद्धि दर्ज की है। इसके अलावा भारत में 68% से
अधिक बच्चे कुपोषण के कारण मर जाते हैं * । परिदृश्य की गंभीरता को उजागर करने के लिए
एमवे इंडिया #FightMalnutrition के माध्यम से अपने डायरेक्ट सेलर्स, रिटेलर्स और कर्मचारियों को
प्रण लेने और पॉवर ऑफ 5 पहल का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। अभियान में
शामिल हैं- सोशल मीडिया पर लिए गए प्रत्येक प्रण के लिए एमवे इंडिया एक बच्चे का सहयोग
करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए एमवे इंडिया के सीईओ अंशु बुधराजा ने कहा, “नवीनतम रिपोर्ट **
के अनुसार खाद्य असुरक्षा, जो आर्थिक संकट के कारण और ज्यादा बढ़ गई है और महामारी के
दौरान मिड डे मील सेवाएं बाधित होने से भारत में कुपोषण की स्थिति और खराब हो गई है।
एमवे हमेशा विपरीत परिस्थितियों में आगे आकर समुदाय का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध
है। भारत में हमने बाल कुपोषण को दूर करने के लिए समुदाय आधारित वैश्विक अभियान 'पॉवर
ऑफ 5' की शुरुआत की थी। स्वास्थ्य और पोषण में अपनी वैश्विक विशेषज्ञता का लाभ उठाते
हुए एमवे ग्लोबल द्वारा समर्थित यह कार्यक्रम एक बड़ी सफलता साबित हुआ है, जिसने हमें
बच्चों, उनकी माताओं और देखभाल करने वालों सहित 60,000 से अधिक लोगों को लाभान्वित
करने के लिए कार्यक्रम का और विस्तार करने के लिए प्रेरित किया है।”
उन्होंने आगे कहा, “लोगों को बेहतर, स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने के अपने मूल दर्शन के
अनुरूप #FightMalnutrition के माध्यम से हमारा प्रयास अपने कर्मचारियों, 5.5 लाख डायरेक्ट
सेलर्स और रिटेलर्स से आगे आने और प्रण लेने का आग्रह करना है, जिससे हमारे देश में कुपोषण
से जुड़ीं चुनौतियों पर सार्थक बातचीत हो सके। हमारे निरंतर हस्तक्षेप और सहयोगात्मक प्रयासों
के साथ मुझे लगता है कि यह व्यवहार में बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण आंदोलन बन जाएगा,
जिससे बच्चों को स्वस्थ वयस्क बनने में मदद मिलेगी।”
भारत सरकार के राष्ट्रीय पोषण मिशन के साथ जुड़ते हुए एमवे ने बचपन में कुपोषण के बारे में
जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत में अपना विश्व स्तर पर प्रशंसित अभियान ‘पॉवर ऑफ 5’ शुरू
किया था। अभियान के जरिये जमीनी स्तर पर पोषण शिक्षा कार्यक्रमों के साथ 5 वर्ष से कम
उम्र के बच्चों की माताओं और देखभाल करने वालों पर ध्यान केंद्रित किया गया। एमवे ग्लोबल
के सहयोग से किराड़ी गांव, दिल्ली में पायलट परियोजना की सफलता से उत्साहित एमवे इंडिया
ने हरियाणा के नूंह जिले में एसआरएफ फाउंडेशन के साथ परियोजना के दूसरे चरण का शुभारंभ
किया। दो वर्षीय यह कार्यक्रम 42 गांवों में 60,000 से अधिक लोगों को सहयोग और लाभ प्रदान
करेगा, जिनमें 0-5 वर्ष के आयु वर्ग के 25,000 बच्चे शामिल हैं।
इस अवसर पर एसआरएफ फाउंडेशन के डायरेक्टर डॉ. रेड्डी ने कहा, "एमवे इंडिया के साथ उनके
#फाइट मालन्यूट्रीशन पॉवर ऑफ फाइव पहल में साझेदारी करना हमारे लिए सौभाग्य की बात
है। एसआरएफ फाउंडेशन अपने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय में सकारात्मक बदलाव
लाने की दिशा में काम कर रहा है और शिक्षा हमारा फोकस एरिया रहा है। प्रारंभिक वर्षों में एक
मजबूत नींव उत्सुक और उत्साही शिक्षार्थियों का निर्माण करेगी, जो अपने जीवन में बेहतर
विकल्पों और अवसरों के लिए प्रयास करेंगे। बच्चों के संज्ञानात्मक विकास का समर्थन करने के
लिए अच्छा स्वास्थ्य और पोषण प्रमुख आवश्यकता हैं। 'पॉवर ऑफ 5' कार्यक्रम बच्चों में कुपोषण
को रोकने के लिए पोषण और माताओं एवं देखभाल करने वालों के लिए इसके महत्व के बारे में
जागरूकता फैलाने पर केंद्रित है। एसआरएफ फाउंडेशन के साथ साझेदारी में एमवे पॉवर ऑफ 5
कार्यक्रम विशेषज्ञता, जुनून, प्रतिबद्धता और अनुभव का एक संघ है, जो एक बच्चे के जीवन के
महत्वपूर्ण वर्षों में एक स्वस्थ विकास की सुविधा प्रदान करता है।”