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आज दुनिया को “ग्लोबल विलेज” कहा जाता है

आज दुनिया को “ग्लोबल विलेज” कहा जाता है। दुनिया से ग्लोबल विलेज तक का जो सफर है उसकी अहम कड़ी है डिजिटलाइजेशन। आज विवाह से लेकर मृत्यु तक डिजिटलाइजेशन से प्रभावित है। बाज़ार और आर्थिक क्षेत्र तो लगभग डिजिटल हो चुके है। ऐसी परिस्थिति में अपराध की भी प्रकृति बदली है । अपराध का भी डिजिटलाइजेशन हो चुका है। लोग आनलाइन फ्राॅड कर रहे हैं। सबसे अधिक खतरा बैंक खाते पर और एटीएम के माध्यम से लेनदेन पर है। लिहाजा समाज को डिजिटल रूप से जागरूक करने की आवश्यकता है।

इस बाबत बिहार के किशनगंज एसपी कुमार आशीष बेहतर काम कर रहे हैं । प्रस्तुत है जनहित में जारी उनका संदेश

अपना एटीएम लेनदेन पूर्ण गोपनीयता से करें, अपनी व्यक्तिगत पहचान संख्या (एटीएम पिन पासवर्ड) दर्ज करते हुए उसे कभी भी किसी भी व्यक्ति को न देखने दें।
लेनदेन पूर्ण होने के बाद यह सुनिश्चित करें कि एटीएम स्क्रीन पर वेलकम स्क्रीन दिखाई दे रही है।
सुनिश्चित करें कि आपका वर्तमान मोबाइल नम्बर बैंक के पास रजिस्टर्ड है जिससे आप अपने सभी लेनदेनों के लिए अलर्ट संदेश प्राप्त कर सकें।
एटीएम के आसपास संदेहजनक लोगों की हलचल या आपको बातों में उलझाने वाले अजनबी व्यक्तियों से सावधान रहें।
एटीएम मशीनों से जुड़े हुए ऐसे अतिरिक्त यंत्रों को देखें जो संदेहस्पद दिखाई देते हों।
यदि एटीएम / डेबिट कार्ड गुम गया हो या चुरा लिया गया हो, तो इसकी सूचना तुरंत बैंक को दें, यदि कोई अनधिकृत लेनदेन हो, तो उसे रिपोर्ट करें।
लेनदेन संबंधी अलर्ट एसएमएस और बैंक विवरणों की नियमित रूप से जाँच करें।
यदि नकदी संवितरित नहीं की गई हो और एटीएम में “नकदी खत्म”/”cash out” दर्शाया नहीं गया हो, तो नोटिस बोर्ड पर लिखे टेलीफोन नम्बर पर उसकी सूचना दें।
आपके खाते से राशि डेबिट करने के लिए फोन पर आए एसएमएस की तुरंत जाँच करें।

क्या न करें

कभी भी फ़ोन या sms द्वारा बैंक एकाउंट/पिन न०/ओटीपी न० पूछे जाने पर बिल्कुल ना बताएं, फोन काट दें और नजदीकी थाने को लिखित सूचना दें। किसी भी बैंक द्वारा ऐसा फोन नहीं किया जाता है। छद्म रूप से फर्जी कॉल करनेवालों से सावधान रहें।
कार्ड पर अपना पिन नम्बर न लिखें, अपना पिन नम्बर याद रखें।
अजनबी व्यक्तियों की सहायता न लें। कार्ड का उपयोग करने के लिए अपना कार्ड किसी भी व्यक्ति को न दें।
बैंक कर्मचारियों एवं परिवार के सदस्यों सहित अपना पिन किसी भी व्यक्ति को न बताएं।
जब आप भुगतान कर रहे हों, तब कार्ड को अपनी नजरों से दूर न होने दें।

लेनदेन करते समय, आप मोबाइल फोन पर बात न करें।

इन सब सावधानियों के बाद भी अगर कभी ऐसी धोखाधड़ी या अवैध रूप से पैसे की निकासी हो जाती है तो तुरंत नजदीकी बैंक शाखा मैनेजर को कार्ड/एकाउंट ब्लॉक करवाते हुए लोकल थाने में FIR दर्ज करवाएं।

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

निवेदक
किशनगंज पुलिस

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